ना महीनों की गिनती, ना सालों का हिसाब हैं, तन की जाने, मन की जाने, जाने चित की चोरी उस महाकाल से क्या छिपावे जिसके हाथ है सब की डोरी जय श्री महाकाल हीरे मोती और जेवरात तो सेठ लोग पहनते है हम तो भोले के भक्त है इसीलिए https://khalils122xqh3.develop-blog.com/profile